Gargi Puraskar Yojana 2025 गार्गी पुरस्कार योजना 2025: बेटियों को मिलेंगे ₹5000, आवेदन शुरू

Gargi Puraskar Yojana 2025 : राजस्थान सरकार ने बालिकाओं की शिक्षा को प्रोत्साहित करने तथा उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु गार्गी पुरस्कार योजना का संचालन किया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की उन मेधावी छात्राओं को सम्मानित करना है जिन्होंने दसवीं एवं बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। वर्ष 2025 में भी इस योजना को जारी रखते हुए सरकार ने आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। इस योजना के माध्यम से सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि कोई भी प्रतिभाशाली बालिका केवल आर्थिक तंगी के कारण अपनी शिक्षा को बीच में न छोड़े।

यह कार्यक्रम विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों तथा पिछड़े इलाकों की बालिकाओं के लिए अत्यंत लाभदायक सिद्ध हो रहा है। राज्य सरकार द्वारा चयनित छात्राओं को सीधे उनके बैंक खाते में प्रोत्साहन धनराशि हस्तांतरित की जाती है, जिससे वे अपनी आगामी शिक्षा को निर्बाध रूप से जारी रख सकें। इस पहल से न केवल बालिकाओं की शैक्षिक स्थिति में सुधार हो रहा है, बल्कि समाज में लड़कियों की शिक्षा के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण भी विकसित हो रहा है।

Gargi Puraskar Yojana 2025
Gargi Puraskar Yojana 2025

योजना का मूल उद्देश्य एवं महत्व

गार्गी पुरस्कार योजना की स्थापना इस उद्देश्य से की गई है कि बालिकाओं को विद्यालय छोड़ने से रोका जा सके और उन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया जाए। अनेक परिवारों में आज भी आर्थिक परेशानियों के चलते बेटियों की शिक्षा को बीच में ही रोक दिया जाता है। इस योजना के माध्यम से सरकार ऐसे परिवारों को आर्थिक सहयोग प्रदान करके बालिकाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने का प्रयास कर रही है।

इस कार्यक्रम से बालिकाओं की शिक्षा में वृद्धि होने के साथ-साथ समाज की मानसिकता में भी परिवर्तन आ रहा है। अब परिवार अपनी बेटियों को उच्च शिक्षा दिलाने में रुचि ले रहे हैं तथा उन्हें बराबरी के अवसर प्रदान करने में विश्वास रखते हैं। यह योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को भी बल प्रदान करती है।

योजना के अंतर्गत मिलने वाली वित्तीय सहायता

गार्गी पुरस्कार योजना 2025 के अनुसार दसवीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाली छात्राओं को तीन हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। यह धनराशि तभी मिलती है जब छात्रा ग्यारहवीं एवं बारहवीं कक्षा में नियमित रूप से अध्ययनरत हो। वहीं बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाली बालिकाओं को पाँच हजार रुपये की धनराशि प्रदान की जाती है, जिससे वे महाविद्यालय स्तर की शिक्षा के लिए स्वयं को तैयार कर सकें।

इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए छात्रा का बोर्ड परीक्षा में न्यूनतम पचहत्तर प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। यह राशि डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर पद्धति के माध्यम से सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है। इस वर्ष आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 दिसंबर 2025 निर्धारित की गई है।

पात्रता मानदंड एवं आवश्यक शर्तें

इस योजना का लाभ उठाने के लिए बालिका का राजस्थान राज्य का मूल निवासी होना आवश्यक है। उसे दसवीं अथवा बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में कम से कम पचहत्तर प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे। यदि छात्रा केवल दसवीं कक्षा उत्तीर्ण है तो उसका ग्यारहवीं या बारहवीं कक्षा में नियमित रूप से अध्ययन करना भी अनिवार्य है।

योजना का लाभ केवल उन्हीं छात्राओं को मिलेगा जिन्होंने सरकारी विद्यालय या मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय से परीक्षा उत्तीर्ण की हो। इसके अतिरिक्त छात्रा के पास एक सक्रिय बैंक खाता होना चाहिए जो उसके आधार कार्ड से जुड़ा हो।

आवेदन हेतु आवश्यक दस्तावेज

आवेदन प्रक्रिया के दौरान छात्रा को अपने विद्यालय में कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जमा करवाने होते हैं। इनमें आधार कार्ड, बैंक पासबुक की प्रति, मोबाइल नंबर, पासपोर्ट आकार की फोटो, मूल निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र तथा दसवीं या बारहवीं की अंकतालिका सम्मिलित है।

इसके अतिरिक्त विद्यालय द्वारा जारी अध्ययन प्रमाण पत्र एवं अन्य सत्यापित दस्तावेज भी आवश्यक होते हैं। ये दस्तावेज इस बात की पुष्टि करते हैं कि छात्रा वर्तमान में नियमित रूप से अध्ययनरत है। सभी दस्तावेजों की स्पष्ट प्रतियाँ होनी चाहिए तथा उन पर विद्यालय की मुहर अवश्य लगी होनी चाहिए।

आवेदन प्रक्रिया में हुए महत्वपूर्ण बदलाव

इस वर्ष सरकार ने आवेदन प्रक्रिया को और अधिक सरल बना दिया है। पूर्व में छात्राओं को ई-मित्र केंद्रों पर जाकर आवेदन करवाना पड़ता था, किंतु अब यह प्रक्रिया विद्यालय स्तर पर ही संपन्न होगी। छात्राओं को अब किसी ई-मित्र केंद्र पर जाने की आवश्यकता नहीं है।

विद्यालय के संस्था प्रधान शाला दर्पण पोर्टल पर लॉगिन करके छात्राओं का आवेदन पत्र भरेंगे। छात्राओं को केवल अपने समस्त आवश्यक दस्तावेज विद्यालय प्रशासन को सौंपने होंगे। इसके पश्चात विद्यालय द्वारा संपूर्ण आवेदन प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी। इस नवीन व्यवस्था से छात्राओं के समय की बचत होगी तथा अनावश्यक भाग-दौड़ से छुटकारा मिलेगा।

शाला दर्पण पोर्टल के माध्यम से आवेदन

गार्गी पुरस्कार योजना के लिए आवेदन शाला दर्पण पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन किया जाता है। विद्यालय प्रशासन इस पोर्टल पर लॉगिन करके “बालिका शिक्षा प्रोत्साहन” अनुभाग में जाकर आवेदन पत्र भरता है। छात्रा की संपूर्ण जानकारी, प्राप्तांक, बैंक विवरण तथा दस्तावेज अपलोड किए जाते हैं।

सभी सूचनाएँ सही होने पर आवेदन पत्र को सबमिट कर दिया जाता है। इसके पश्चात एक पावती प्रिंट निकालकर सुरक्षित रख ली जाती है। यह पावती भविष्य में आवेदन की स्थिति जानने के लिए उपयोगी होती है। विद्यालय प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होता है कि सभी जानकारी त्रुटि रहित हो।

योजना से प्राप्त होने वाले लाभ

इस योजना के अंतर्गत दसवीं उत्तीर्ण छात्राओं को तीन हजार रुपये तथा बारहवीं उत्तीर्ण छात्राओं को पाँच हजार रुपये की धनराशि प्रदान की जाती है। यह धनराशि डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर के माध्यम से सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है।

यह वित्तीय सहायता अनेक छात्राओं के लिए पुस्तकें खरीदने, विद्यालय शुल्क भरने अथवा आगामी शिक्षा की तैयारी में अत्यंत सहायक सिद्ध होती है। इस धनराशि से छात्राएँ अपने शैक्षिक लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा पाती हैं। यह योजना छात्राओं के आत्मविश्वास में भी वृद्धि करती है।

महत्वपूर्ण तिथियाँ एवं संपर्क जानकारी

वर्ष 2025 के लिए गार्गी पुरस्कार योजना में आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 दिसंबर 2025 निर्धारित की गई है। छात्राओं को इस तिथि से पूर्व अपने विद्यालय में आवश्यक दस्तावेज जमा करवा देने चाहिए। विद्यालय प्रशासन को भी समय पर आवेदन पत्र भरकर सबमिट करना होगा।

अधिक जानकारी के लिए छात्राएँ शाला दर्पण पोर्टल पर जा सकती हैं अथवा अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य से संपर्क कर सकती हैं। योजना से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या या शंका के समाधान हेतु महिला एवं बाल विकास विभाग, राजस्थान के कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।

निष्कर्ष

गार्गी पुरस्कार योजना 2025 राजस्थान प्रदेश की बालिकाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना न केवल उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करती है अपितु उनके आत्मविश्वास एवं मनोबल को भी सुदृढ़ करती है। यदि आपके परिवार में या आसपास किसी बालिका ने दसवीं अथवा बारहवीं में पचहत्तर प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्राप्त किए हैं, तो उसका आवेदन अवश्य करवाएँ।

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सरकार का यह प्रयास तभी सफल होगा जब अधिकाधिक बालिकाएँ इस योजना का लाभ उठाएँ तथा शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ें। यह योजना बालिकाओं के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखती है तथा उन्हें समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाने में सहायक है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

प्रश्न 1: गार्गी पुरस्कार योजना के लिए न्यूनतम कितने प्रतिशत अंक आवश्यक हैं?

उत्तर: इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए छात्रा को दसवीं अथवा बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में न्यूनतम पचहत्तर प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। इससे कम अंक प्राप्त करने वाली छात्राएँ इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगी।

प्रश्न 2: क्या निजी विद्यालय की छात्राएँ भी इस योजना का लाभ उठा सकती हैं?

उत्तर: हाँ, निजी विद्यालय की छात्राएँ भी इस योजना का लाभ उठा सकती हैं, परंतु उनका विद्यालय सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त होना चाहिए। केवल मान्यता प्राप्त विद्यालयों से उत्तीर्ण छात्राओं को ही यह प्रोत्साहन धनराशि प्रदान की जाती है।

प्रश्न 3: यदि छात्रा ने दसवीं उत्तीर्ण की है परंतु ग्यारहवीं में प्रवेश नहीं लिया, तो क्या वह पात्र होगी?

उत्तर: नहीं, दसवीं उत्तीर्ण छात्राओं को यह प्रोत्साहन राशि तभी मिलेगी जब वे ग्यारहवीं एवं बारहवीं कक्षा में नियमित रूप से अध्ययनरत होंगी। यदि छात्रा ने आगे की शिक्षा जारी नहीं रखी है, तो वह इस योजना का लाभ नहीं उठा सकेगी।

प्रश्न 4: धनराशि कितने समय में बैंक खाते में प्राप्त होती है?

उत्तर: आवेदन पत्र के सत्यापन एवं स्वीकृति के पश्चात धनराशि लाभार्थी के बैंक खाते में डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर के माध्यम से भेज दी जाती है। सामान्यतः यह प्रक्रिया एक से दो माह में पूर्ण हो जाती है, परंतु समय विद्यालय द्वारा आवेदन जमा करने की तिथि पर भी निर्भर करता है।

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